अथर्ववेद – Atharvaveda – 3:19 – अजरक्षत्र सूक्त
अथर्ववेद संहिताअथ तृतीय काण्डम् ४९४. संशितं म इदं ब्रह्म संशितं वीर्यं१ बलम्।संशितं क्षत्रमजरमस्तु जिष्णुर्येषामस्मि पुरोहितः॥१॥ (पुरोहित की कामना है) हमारा...
अथर्ववेद संहिताअथ तृतीय काण्डम् ४९४. संशितं म इदं ब्रह्म संशितं वीर्यं१ बलम्।संशितं क्षत्रमजरमस्तु जिष्णुर्येषामस्मि पुरोहितः॥१॥ (पुरोहित की कामना है) हमारा...