अथर्ववेद – Atharvaveda – 4:13 – रोग निवारण सूक्त
अथर्ववेद संहिताअथ चतुर्थ काण्डम् ६८६. उत देवा अवहितं देवा उन्नयथा पुनः।उतागश्चक्रुषं देवा देवा जीवयथा पुनः॥१॥ हे देवगण ! हम पतितों...
अथर्ववेद संहिताअथ चतुर्थ काण्डम् ६८६. उत देवा अवहितं देवा उन्नयथा पुनः।उतागश्चक्रुषं देवा देवा जीवयथा पुनः॥१॥ हे देवगण ! हम पतितों...