अथर्ववेद – Atharvaveda – 3:21 – शान्ति सूक्त
अथर्ववेद संहिताअथ तृतीय काण्डम् ५१२. ये अग्नयो अप्स्व१न्तर्ये वृत्रे ये पुरुषे ये अश्मसु।य आविवेशौषधीयों वनस्पतींस्तेभ्यो अग्निभ्यो हुतमस्त्वेतत्॥१॥ जो अग्नियाँ मेघों,...
अथर्ववेद संहिताअथ तृतीय काण्डम् ५१२. ये अग्नयो अप्स्व१न्तर्ये वृत्रे ये पुरुषे ये अश्मसु।य आविवेशौषधीयों वनस्पतींस्तेभ्यो अग्निभ्यो हुतमस्त्वेतत्॥१॥ जो अग्नियाँ मेघों,...