अथर्ववेद – Atharvaveda – 4:31 – सेनानिरीक्षण सूक्त
अथर्ववेद संहिताअथ चतुर्थ काण्डम् ८३१. त्वया मन्यो सरथमारुजन्तो हर्षमाणा हृषितासो मरुत्वन्।तिग्मेषव आयुधा संशिशाना उप प्र यन्तु नरो अग्निरूपाः॥१॥हे मन्यो! आपके...
अथर्ववेद संहिताअथ चतुर्थ काण्डम् ८३१. त्वया मन्यो सरथमारुजन्तो हर्षमाणा हृषितासो मरुत्वन्।तिग्मेषव आयुधा संशिशाना उप प्र यन्तु नरो अग्निरूपाः॥१॥हे मन्यो! आपके...